राँची : राज्य में सियासी सरगर्मी के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विरोधियों पर साधा निशाना, ट्वीट कर कहा कि ” केंद्र सरकार और भाजपा ने जितना कुचक्र रचना है रच ले, कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं आदिवासी का बेटा हूँ। झारखण्ड का बेटा हूँ। हम डरने वाले नहीं, लड़ने वाले लोग हैं। भाजपा के नालायकों ने 20 वर्षों तक राज्य को खोखला करने का काम किया। आदिवासियों-मूलवासियों, पारा शिक्षकों, आंगनबाड़ी दीदियों, सरकारी कर्मचारियों, महिला, युवा, किसानों, बुजुर्गों को इन्होंने सिर्फ लाठी-डंडा दिया। हमारी सरकार आयी, हमने संवेदनशीलता के साथ-साथ अधिकार देना शुरू किया।”
झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी गठबंधन सरकार का राजनीतिक भविष्य अधर में लटक हुआ है, क्योंकि हेमंत सोरेन एक खनन पट्टे मामले में अपने पद का दुरुपयोग करने पर दोषी पाए गए हैं।

शुक्रवार को कांके रोड राँची स्थित मुख्यमंत्री आवास में आयोजित सत्ता पक्ष के मंत्री एवं विधायक दल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन
इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया द्वारा मुख्यमंत्री सह बरहेट से विधायक हेमंत सोरेन की विधायिकी चले जाने के सूचनात्मक खबर के बाद झारखण्ड महागठबंधन में हलचल मची है ,साथ ही बैठकों का सिलसिला तेज हो चुका है। झारखण्ड मंत्रिमंडल के लोग जहां मुख्यमंत्री आवास में बैठक कर रहे हैं वही विपक्ष की ओर से भी प्रतिक्रियाएं आने लगी है। इसी बीच मुख्यमंत्री आवास में लगातार गाड़ियों की आवागमन जारी है, जिससे अटकलों का बाज़ार गर्म हो गया है। अटकलें लगायी जा रहीं हैं की यहाँ से विधायकों को छत्तीसगढ़ ले जाया जायेगा। कांग्रेस प्रदेश अध्य्क्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि ज़रूरत पड़ेगी तो बाहर भी जाएंगे, सभी विधायक तैयार है,बैग एंड बगैज ले कर सभी आए है। वहीँ पत्रकारों पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि एक सांसद के ट्वीट पर सभी पत्रकार भाग रहे हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, राजभवन के सूत्रों ने कहा कि झारखण्ड के राज्यपाल रमेश बैस को सिफारिश की गई थी लेकिन अभी तक इस खबर की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वास्तविक स्तिथि के बारे में पूछे जाने पर, बैस ने मीडियाकर्मियों से कहा कि वह घटनाक्रम का जायजा लेने के बाद इस मुद्दे पर टिप्पणी करने की स्थिति में होंगे। “मैं दो दिनों के लिए एम्स, दिल्ली में था। राजभवन पहुंचने पर मैं इस तरह के किसी भी फैसले के बारे में बताने की स्थिति में रहूंगा।
वहीँ मुख्यमंत्री सोरेन ने आरोपों से इनकार किया और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा: “ऐसा लगता है कि भाजपा के एक सांसद और उनके कठपुतली पत्रकारों सहित भाजपा नेताओं ने खुद ईसीआई रिपोर्ट का मसौदा तैयार किया है, जो अन्यथा एक सीलबंद कवर रिपोर्ट है।”