पीटीआई समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने हमले के संदिग्धों की पहचान आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा के रूप में की है। इनका कोड नाम मूसा, युनुस और आसिफ बताया गया है। ये तीनों पहले भी पूंछ जिले में आतंकी घटनाओं में शामिल रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इन आतंकियों के स्केच घटनास्थल पर बचे हुए चश्मदीदों की मदद से तैयार किए गए हैं।
शुरुआती जांच में संदेह जताया गया है कि आतंकी जम्मू के किश्तवाड़ से दक्षिण कश्मीर के कोकरनाग के रास्ते बैसारन पहुंचे और हमला अंजाम दिया।
इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है, जो पाकिस्तान आधारित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन माना जाता है।
इस हमले को लेकर देशभर में आक्रोश है, वहीं दुनिया भर से भी प्रतिक्रियाएं और संवेदनाएं आ रही हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को “पूर्ण समर्थन” और गहरी संवेदना जताई है।
पाकिस्तान ने भी बुधवार को इस हमले को लेकर बयान जारी किया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत खान ने कहा, “हम भारतीय अवैध कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में हुए हमले में पर्यटकों की मौत पर चिंतित हैं। हम मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली पहुंचते ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य अधिकारियों के साथ आपात बैठक की।