रांची, 21 अप्रैल 2025: झारखंड के बोकारो जिले में सोमवार सुबह सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच हुए मुठभेड़ में बड़ी सफलता मिली है। ‘डाकाबेड़ा’ नामक इस ऑपरेशन में झारखंड जगुआर, कोबरा बटालियन, सीआरपीएफ और जिला पुलिस बलों ने मिलकर लुगु पहाड़ को घेरकर कार्रवाई की, जिसमें एक करोड़ रुपये के इनामी नक्सली प्रयाग मांझी उर्फ विवेक सहित कुल आठ माओवादी मारे गए।
तीन की हुई पहचान
जिनकी पहचान हुई है, उनमें माओवादियों का सेंट्रल कमेटी सदस्य सह एक करोड़ का इनामी प्रयाग मांझी उर्फ विवेक, स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य अरविंद यादव व जोनल कमेटी सदस्य सह दस लाख रुपये का इनामी साहब राम मांझी शामिल हैं।
अरविंद यादव उर्फ अविनाश मूल रूप से बिहार के जमुई जिले के सोनू थाना क्षेत्र के ढेलगा, मोहनपुर का रहने वाला था और झारखंड में सक्रिय था।
उसपर इनाम की घोषणा अभी नहीं हुई थी। उसके रैंक के अनुसार उसपर 25 लाख रुपये का इनाम रखा जाना था। वर्तमान में अरविंद यादव पर बिहार में तीन लाख का इनाम है। शेष पांच नक्सलियों के शव की पहचान की कोशिश चल रही है।
हथियार भी हुए बरामद
सुरक्षा बलों का अभियान जारी है। अब तक सर्च अभियान में मारे गए नक्सलियों के पास से चार इंसास राइफल, एक एसएलआर व एक रिवाल्वर की बरामदगी हुई है। प्रयाग मांझी का पूरा नाम प्रयाग मांझी उर्फ विवेक उर्फ फुचना उर्फ नागो मांझी उर्फ करण उर्फ लेतरा है।
वह धनबाद के टुंडी थाना क्षेत्र के दलुबुढ़ा का रहने वाला था। वह टेरर फंडिंग के मामले में एनआइए का भी वांटेड था। डीजीपी ने कहा कि अभियान में शामिल जवानों में इनाम के एक करोड़ रुपये बंटेंगे।