राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को वेटिकन सिटी स्थित सेंट पीटर्स बेसिलिका में पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ केंद्रीय संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन भी मौजूद थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस बात की जानकारी दी।
विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जानकारी दी कि, “राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वेटिकन सिटी स्थित सेंट पीटर्स बेसिलिका में पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि दी। उनके साथ मंत्री किरेन रिजिजू और राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन भी मौजूद रहे।”
राष्ट्रपति मुर्मू 25 से 26 अप्रैल तक दो दिवसीय वेटिकन दौरे पर हैं। इस दौरान वह पोप फ्रांसिस के राजकीय अंतिम संस्कार में भारत सरकार और देशवासियों की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी।
21 अप्रैल को 88 वर्ष की आयु में पोप फ्रांसिस का निधन हो गया था। वह वेटिकन स्थित अपने निवास ‘कासा सांता मार्टा’ में अंतिम सांसें लीं। वे पहले लैटिन अमेरिकी पोप थे जिन्होंने 13 मार्च 2013 को पोप बेनेडिक्ट सोलहवें के स्थान पर कैथोलिक चर्च का नेतृत्व संभाला।
26 अप्रैल को सेंट पीटर्स स्क्वायर में आयोजित होने वाले अंतिम संस्कार समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू शामिल होंगी, जहां दुनियाभर के गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे। अंतिम संस्कार का नेतृत्व कार्डिनल कॉलेज के डीन, कार्डिनल जियोवानी बतिस्ता रे करेंगे। अंत में पोप के पार्थिव शरीर को सेंट मैरी मेजर चर्च में दफनाया जाएगा।
भारत सरकार ने पोप फ्रांसिस के सम्मान में 22, 23 और 26 अप्रैल को तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और किसी भी प्रकार के आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे। 22 अप्रैल को विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने नई दिल्ली स्थित अपोस्टोलिक नुनसिएचर जाकर शोक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पोप फ्रांसिस के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “उनका भारत के प्रति स्नेह सदैव स्मरणीय रहेगा। वह करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक थे। उन्होंने बचपन से ही प्रभु यीशु के आदर्शों को अपनाया और समाज के गरीब, पीड़ित वर्ग की सेवा की।”
वेटिकन ने पोप फ्रांसिस के अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर की तस्वीरें भी जारी की।